नेपाल के बीरगंज शहर में हनुमान जयंती के अवसर पर निकली शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसके परिणामस्वरूप प्रशासन ने कर्फ्यू लागू कर दिया है।

हनुमान जयंती के अवसर पर बीरगंज में 28 सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया था। इस जुलूस में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए थे, और प्रशासन ने सुरक्षा के लिए पर्याप्त बल की तैनाती की थी। हालांकि, शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया, जो बाद में हिंसक झड़प में बदल गया। जानकारी के मुताबिक इस झड़प में जुलूस में शामिल कई श्रद्धालुओं के साथ ही नेपाल पुलिस प्रहरियों के घायल होने की सूचना है। वहीं सभी घायलों का इलाज स्थानीय नारायणी हॉस्पिटल में हो रही है।

इधर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने बीरगंज नगरपालिका क्षेत्र में कर्फ्यू लागू कर दिया है। कर्फ्यू के दौरान, भारत-नेपाल सीमा पर स्थित शंकराचार्य गेट पर बैरिकेडिंग कर दी गई है, जिससे सीमा पार आवागमन बाधित हुआ है। चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, और केवल नेपाल की नागरिकता प्रमाणित करने वाले लोगों को पैदल प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पड़ोसी देश नेपाल की स्थिति को देखते हुए रक्सौल बॉर्डर पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है, और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
बता दें कि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, और प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। कर्फ्यू के दौरान किसी भी प्रकार की सभा, रैली या सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नेपाली प्रशासन के मुताबिक जैसे ही स्थिति में सुधार होगा, प्रशासन कर्फ्यू में ढील देने पर विचार करेगा।