भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र रक्सौल में संचालित फर्जी नेटवर्किंग कंपनी में छापेमारी कर सैकड़ों बच्चों को मुक्त कराने के मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी शिवाक्षी दीक्षित एक्शन में हैं। उन्होंने बच्चों की आपबीती सुनकर तत्काल रक्सौल में संचालित कंपनी का कार्यालय सील करने के आदेश दिए।अंचलाधिकारी ने कोरियाटोला स्थित कार्यालय को सील कर सभी दस्तावेज जब्त किए। जानकारी के मुताबित इस दौरान टीम ने 3 मोबाइल, 2 लेपटॉप और 1 कंप्यूटर भी बरामद किया है। पुलिस को उम्मीद है कि बरामद इस सामानों से जांच में सफलता मिलेगी और SIT जल्द ही इस कंपनी के संचालक तक पहुँच जायेगी।
इस कंपनी को पूर्ण रूप से ध्वस्त करने के इरादे से अधिकारियों के आदेश पर नवादा, बेगूसराय और रोहतास जिले के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं रक्सौल निवासी कंपनी का संचालक एनामूल हक फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस अधीक्षक ने SIT टीम का गठन किया है। यह टीम कंपनी के अन्य गतिविधियों की जांच के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
बता दें कि रेस्क्यू किए गए नाबालिग बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति के आदेश पर मोतिहारी और बेतिया स्थित बाल गृह में सुरक्षित रखा गया है। छापेमारी के साथ ही बच्चों को बाल कल्याण समिति तक प्रस्तुत करने में प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर की भी मुख्य भूमिका रही है। प्रयास संस्था की जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी ने बच्चों की काउंसलिंग की जिसमें पता चला की बच्चों को मानसिक और शरीरिक तौर पर भी शोषण किया जाता था।

SSB 47वीं बटालियान की क्यों हो रही है खूब तारीफ़
वहीं इस अभियान में के लिए SSB 47वीं बटालियन के जवानों की खूब तारीफ भी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सालों से रक्सौल के कई इलाकों में इस बच्चों को देखा जाता था। इस लोग इन बच्चों को संदिग्ध रूप से भी देख रहे थे लेकिन कोई शिकायत नहीं कर रहा था। हाल के दिनों में छापेमारी वाले इलाके में शादी- ब्याह आयोजन करने वाले लोग तो ये भी बोलते नज़र आये की ये बच्चे झूंड में शामिल होकर शादियों में शामिल हो जाते थे। खैर SSB ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर रक्सौल वालों को बड़ी राहत दी है। आपको बता दें कि डिप्टी कमांडेंट दीपक कुमार कृष्णा के नेतृत्व में बनी एक्शन टीम में असिस्टेंट कमांडेंट नेहा सिंह, सचिन कुमार, रजत मिश्रा समेत लगभग 100 से ज्यादा जवान शामिल थे। SSB की इस एक्शन टीम में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के प्रदीप कार्जी, अरविंद द्विवेदी, मिक्की कुमारी की भूमिका सबसे अहम रही है। SSB की इस ऑपरेशन को SP स्वर्ण प्रभात ने भी तारीफ की उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए बिहार पुलिस और सेना के जवानों को बधाई देते हुए साथ मिलकर काम करने की अपील की है।

इस रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर के विजय कुमार शर्मा, आरती कुमारी, राज गुप्ता, अभिषेक कुमार, उमेश कुमार श्रीवास्तव ने भी अहम भूमिका निभाई।