
रक्सौल: आगामी रामनवमी पर्व को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात, अनुमंडल पदाधिकारी सुश्री शिवांशी दीक्षित, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार, थाना प्रभारी राजीव नंदन सिन्हा सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में रक्सौल थाना परिसर के सभागार में एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शहर के समाजसेवियों और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सीमा जागरण मंच के जिला संयोजक महेश अग्रवाल, दिग्विजय पार्थ, कमलेश कुमार, रवि गुप्ता, कन्हैया सर्राफ, भगत जी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा कि इस पर्व को शांति और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे नियमों का पूर्ण रूप से पालन करें और प्रशासन को सहयोग दें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की हिंसा, तलवारबाजी या धारदार हथियारों के प्रदर्शन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रामनवमी श्रद्धा और भक्ति का पर्व है, इसे हर्षोल्लास और शांति के साथ मनाया जाना चाहिए। यदि किसी भी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि होती है, तो दोषियों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
अनुमंडल पदाधिकारी शिवांक्षी दीक्षित ने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन की ओर से चौक-चौराहों पर सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे। प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। महिला बटालियन की तैनाती की जाएगी। अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
रामनवमी को लेकर जिला प्रशासन रक्सौल पहुंचा, जिससे नगर परिषद की टीम ने पूरे क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने का कार्य किया। सफाई निरीक्षक नरेश कुशवाहा के नेतृत्व में नगर परिषद की पूरी टीम ने मुख्य मार्ग, बाटा चौक, कोरिया टोला और अन्य प्रमुख स्थानों को व्यवस्थित किया।
बैठक के बाद अधिकारियों ने थाना परिसर स्थित भव्य शिव मंदिर का निरीक्षण भी किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। अंत में, जनता से अपील की गई कि वे प्रशासन का सहयोग करें और रामनवमी पर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं। प्रशासन का उद्देश्य यही है कि यह पर्व पूरी श्रद्धा और सौहार्द्र के साथ संपन्न हो और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न घटे।